08-Nov-2021 01:15 PM
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लखनऊ. उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में होने वाले विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election-2022) से पहले निषाद पार्टी (Nishad Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद (Sanjay Nishad) ने बड़ा बयान दिया है. न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में संजय निषाद ने कहा कि उनके समुदाय के लोग तब तक वोट नहीं देंगे जब तक आरक्षण (Reservation) नहीं दिया जाता है. अब ये भाजपा सरकार का कर्तव्य है कि वो अपना वादा पूरा करे. उन्होंने कहा कि 9 नवंबर से हम हर जिले में धरना प्रदर्शन करेंगे. भाजपा (BJP) ने वादा पूरा नहीं किया तो गठबंधन पर भी असर पड़ सकता है.
इससे पहले गोरखपुर में संजय निषाद ने आरक्षण के मुद्दे कहा कि, ‘बीजेपी की सरकार हमारी आरक्षण के मांग पर तेजी से काम कर रही है और जल्द ही हम लखनऊ में गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ एक मंच पर इसकी घोषणा करेंगे. विधानसभा चुनाव 2022 में बीजेपी और निषाद पार्टी का गठबंधन बीजेपी के ही पिछले रिकॉर्ड को तोड़कर उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक सीटें जीतने वाला गठबंधन बनेगा.
उत्तर प्रदेश की मछुआ बाहुल्य सीटों पर भी निषाद पार्टी अपने सिंबल पर चुनाव लड़ेगी. आगामी विधानसभा चुनाव में निषाद पार्टी गोरखपुर जोन की मछुआ (निषाद) बहुल सीट पर अपने सिम्बल पर जीत दर्ज करने का काम करेगी. निषाद पार्टी का विजय रथ आगामी विधानसभा चुनाव के लिए प्रदेश की सभी 403 सीटों पर जाएगा और मछुआ बहुल 160 सीटों पर मैरुन और भगवा झंडा लहरेगा.
बता दें कि, उत्तर प्रदेश की राजनीति में जाति आधारित पार्टियों की भूमिका महत्वपूर्ण है. ये पार्टियां मुख्य तौर पर पिछड़ी जातियों की हैं. इन्हीं पिछड़ी जातियों में से एक प्रमुख जाति है, निषाद. मछली मारने या जिनकी रोजी-रोटी नदियों-तालाबों पर निर्भर है, वैसी जातियां इसमें आती हैं. इसमें केवट, बिंद, मल्लाह, कश्यप, नोनिया, मांझी, गोंड जैसी जातियां हैं. उत्तर प्रदेश की करीब 5 दर्जन विधानसभा सीटों पर इनकी अच्छी-खासी आबादी है. इसलिए निषाद समुदाय राजनीतिक दलों के लिए महत्वपूर्ण बन गया है.
Sanjay Nishad..///..if-bjp-does-not-fulfill-the-promise-the-alliance-may-be-affected-sanjay-nishad-326964