19-Oct-2021 02:51 PM
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यरुशलम/नयी दिल्ली, 19 अक्टूबर (AGENCY) भारत, इजरायल, अमेरिका और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने पश्चिम एशिया सहित एशिया में प्रमुख आर्थिक एवं वैश्विक मुद्दों पर मिल कर समन्वय के साथ काम करने का फैसला किया है।
इन चारों देशों के के विदेश मंत्रियों ने आज एक वर्चुअल बैठक में इस बारे में विचार मंथन किया। डॉ. जयशंकर इन दिनों इजरायल की यात्रा पर हैं और वह तेल अवीव से इस बैठक में शामिल हुए। इजरायल के विदेश मंत्री याइर लैपिड, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिंकन और यूएई के विदेश मंत्री शेख अब्दुल्लाह बिन जायद भी शामिल हुए। इन्होंने आपस में मिलकर व्यापार, जलवायु परिवर्तन से मुकाबला, ऊर्जा सहयोग और समुद्री सुरक्षा जैसे मुद्दों पर विचार मंथन किया।
इस बैठक के बारे में खास बात यह रही कि मीडिया को इस बैठक से दूर रखा गया।
डॉ. जयशंकर ने एक ट्वीट में कहा कि चारों मंत्रियों ने इस शाम एक सफल एवं परिणामकारी बैठक की। आर्थिक विकास और वैश्विक मुद्दों पर एक साथ मिलकर काम करने पर चर्चा की और इस पर शीघ्र कदम उठाने पर सहमति व्यक्त की।
श्री ब्लिंकन ने अपने ट्वीट में कहा कि यह बैठक अपने-अपने क्षेत्रों और विश्व के लिए चिंता का विषय बने मुद्दों और हमारे आर्थिक और राजनीतिक सहयोग के विस्तार के महत्व पर केंद्रित रहा। बाद में अमेरिकी विदेश विभाग ने एक बयान में कहा, चारों मंत्रियों ने व्यापार, जलवायु परिवर्तन का मुकाबला करने, ऊर्जा सहयोग और समुद्री सुरक्षा बढ़ाने सहित मध्य पूर्व और एशिया में आर्थिक और राजनीतिक सहयोग के विस्तार पर चर्चा की। चारों मंत्रियों ने तकनीकि के माध्यम से लोगों के आपस में जुड़े रहने के साथ कोविड-19 महामारी के दौर में सार्वजनिक स्वास्थ्य को समर्थन देने के विषय पर भी बात की।
श्री ब्लिंकन ने यह भी कहा कि बिडेन प्रशासन ने अब्राहम करार (इजरायल एवं यूएई के बीच) तथा क्षेत्र में स्थिति को सामान्य बनाने के समझौतों के प्रति अपना समर्थन दोहराया है और क्षेत्रीय एवं वैश्विक साझीदारी की संभावनाओं पर चर्चा की है।
यह बैठक ऐसे समय हुई है जब इजरायल एवं यूएई अब्राहम करार की पहली वर्षगांठ मना रहे हैं और इस मौके पर अमेरिका एवं भारत जैसे समान विचारों वाले देशों के साथ सहयोग का विस्तार करना चाहते हैं। इससे इस करार की जड़ें मजबूत होंगी। कूटनीतिक हल्कों में इसे एक नये क्वाड के रूप में देखा जा रहा है।...////...