(शादाब खान से) नयी दिल्ली, 20 अगस्त (संवाददाता) दस साल की उम्र में पांव में कांच चुभने के कारण बैडमिंटन करियर लगभग खत्म होने से लेकर पैरा-बैडमिंटन राष्ट्रीय चैंपियन बनने तक वैष्णवी पुनेयानी ने अपने छोटे से जीवन में लंबा सफर तय किया है, और अब उनकी नज़रें एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक पर जम गयी हैं।...////...