17-Jan-2022 09:45 PM
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नयी दिल्ली 17 जनवरी (AGENCY) कोरोना की तीसरी लहर जहां आर्थिक सुधार के लिए अनिश्चितता उत्पन्न कर रही है वहीं मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) देश के विकास को लेकर खासे उत्साहित हैं।
पीडब्ल्यूसी की सोमवार को जारी वार्षिक वैश्विक सीईओ सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 99 प्रतिशत शीर्ष सीईओ का मानना है कि अगले 12 महीनों में भारत की आर्थिक वृद्धि में सुधार होगा। जब उनकी अपनी कंपनियों की राजस्व संभावनाओं की बात आती है तो 98 प्रतिशत सीईओ समान अवधि में विकास के बारे में आश्वस्त दिखाई देते हैं।
अक्टूबर-नवंबर, 2021 के बीच किए गए सर्वेक्षण में 89 देशों और क्षेत्रों के 4,446 सीईओ शामिल रहे। साथ ही भारत के 77 सीईओ को इस सर्वेक्षण में शामिल किया गया है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि अगले 12 महीनों में वैश्विक आर्थिक विकास में सुधार के बारे में दुनिया के 77 प्रतिशत सीईओ के मुकाबले 94 प्रतिशत भारतीय सीईओ आशावादी हैं। हालांकि भारत के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों के लिए आगे आने वाली प्रमुख चुनौतियों में साइबर जोखिम, स्वास्थ्य जोखिम और बढ़ते भू-राजनीतिक संघर्ष जैसे कुछ स्पष्ट खतरों के बारे में चिंता बनी हुई है।
पीडब्ल्यूसी इंडिया के अध्यक्ष संजीव कृष्ण ने कहा, “एक चुनौतीपूर्ण वर्ष के बाद व्यवसाय जगत की प्रमुख शीर्ष पंक्ति कारोबारी परिणाम देने के लिए दबाव में हैं। उन्हें वर्तमान और भविष्य के जोखिमों को कम करने के लिए सक्रिय कदम उठाने की आवश्यकता होगी चाहे वे प्रौद्योगिकी, साइबर सुरक्षा, प्रतिभा या स्वास्थ्य के आसपास हों।”
रिपोर्ट में कहा गया है कि पर्यावरण, सामाजिक और शासन (ईएसजी) में बढ़ती रुचि के बावजूद अधिकांश कंपनियों के लिए दीर्घकालिक रणनीति अभी भी मुख्य रूप से वैश्विक स्तर पर और भारत में व्यावसायिक मीट्रिक द्वारा संचालित है। अधिकांश सीईओ के पास गैर वित्तीय परिणामों से संबंधित लक्ष्य होते हैं, जैसे कि ग्राहकों की संतुष्टि, कर्मचारी जुड़ाव, और स्वचालन या डिजिटलीकरण उनकी दीर्घकालिक रणनीति में शामिल होते हैं।...////...