21-Jul-2022 06:13 PM
1234711
नयी दिल्ली, 21 जुलाई (AGENCY) देश में नवाचार को प्रोत्साहन देने के मामले में कर्नाटक, मणिपुर और चंडीगढ़ को नीति आयोग की एक ताजा रिपोर्ट अपनी-अपनी श्रेणियों में शीर्ष स्थान पर रखे गए हैं।
कर्नाटक बड़े राज्यों की श्रेणी में, मणिपुर पूर्वोत्तर और पहाड़ी राज्यों की श्रेणी में और चंडीगढ़ केंद्र शासित प्रदेशों और शहर राज्यों की श्रेणी में शीर्ष पर है।
भारत नवाचार सूचकांक 2021 शीर्षक इस रिपोर्ट को गुरुवार को यहां नीति आयोग के उपाध्यक्ष सुमन बेरी ने जारी किया। इस अवसर पर नीति आयोग के सदस्य डॉ. वी.के. सारस्वत, सीईओ परमेश्वरन अय्यर और आयोग के वरिष्ठ सलाहकार नीरज सिन्हा, और तथा प्रतिस्पर्धात्मकता संस्थान के अध्यक्ष डॉ अमित कपूर मौजूद थे। यह इस रिपोर्ट का तीसरा वार्षिक संस्करण है।
डॉ. सारस्वत ने कहा, “नवाचार सतत और समावेशी विकास की कुंजी है। लाखों लोगों को गरीबी से बाहर निकालने, आजीविका के अवसर पैदा करने और आत्मानिर्भर भारत का मार्ग प्रशस्त करने जैसी हमारे समय की सबसे बड़ी चुनौतियों को हल करने में नवाचार हमारी बड़ी मदद कर सकता है।”
श्री अय्यर ने कहा, “भारत नवाचार सूचकांक के माध्यम से देश में नवाचार की स्थिति की निगरानी के लिए नीति आयोग की निरंतर प्रतिबद्धता की पुष्टि होती है। हम राज्यों और अन्य हितधारकों के साथ साझेदारी में देश भर में नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र को बेहतर बनाने का प्रयास करते हैं।
नीति आयोग के वरिष्ठ सलाहकार नीरज सिन्हा ने कहा, “देश के लचीलेपन और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के लिए नवाचार महत्वपूर्ण है। सूचकांक सभी भारतीय राज्यों में नवाचार के प्रसार की ओर इशारा करता है।”
इंस्टीट्यूट फॉर कॉम्पिटिटिवनेस के अध्यक्ष डॉ अमित कपूर ने कहा कि यह सूचकांक कुछ समानान्तर अंतरराष्ट्रीय उदारण भी दिए गए हैं जिनसे भारत सीख सकता है कि वह कैसे दूसरे देशों की बराबरी कर सकता है।
भारत नवाचार सूचकांक देश के नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र के मूल्यांकन और विकास के लिए एक व्यापक उपकरण का काम करता है। यह राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को उनके बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा बनाने के लिए उनके नवाचार प्रदर्शन पर रैंक करता है। इसका तीसरा संस्करण ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स (वैश्वक नवाचार सूचकांक) के ढांचे पर तैयार किया गया है। इसमें संकेतकों की संख्या 2020 की रिपोर्ट के 36 से बढ़कर 66 हो गयी है।...////...