20-Jan-2023 06:35 PM
1234677
नयी दिल्ली, 20 जनवरी (संवाददाता) जनजातीय कार्य मंत्रालय अमृत महोत्सव के विशेष अवसर पर रक्षा मंत्रालय के साथ मिलकर सोमवार और मंगलवार को यहां ‘मिलेट्री-टैटू’ और जनजातीय नृत्य उत्सव ‘आदि शौर्य-पर्व पराक्रम का’ आयोजन करेगा।
जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम आयोजित होने वाले इस उत्सव के दौरान ‘मिलेट्री-टैटू’ के माध्यम से सशस्त्र बलों का दमखम प्रदर्शित किया जायेगा। इसमें जनजातीय समुदाय अपना उत्कृष्ट नृत्य प्रदर्शन भी करेंगे, जिनमें भारत की विविधतापूर्ण जनजातीय संस्कृति का सौंदर्य नजर आयेगा। इसमें छत्तीसगढ़, केरल, राजस्थान, झारखंड, लद्दाख, मध्यप्रदेश और अन्य राज्यों के कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। दर्शकों को हिमाचल प्रदेश के गद्दी नटी, गुजरात के सिद्धी धमाल, पश्चिम बंगाल से पुरुलिया छाहू और अन्य नृत्य विधाओं का आनन्द उठाने का अवसर मिलेगा।
जनजातीय नृत्य दल आयोजन स्थल पर पहुंच चुके हैं। उनके पूर्वाभ्यास का निरीक्षण करने के लिये जनजातीय कार्य मंत्रालय की अपर सचिव आर जया ने गुरुवार को आयोजन स्थल का दौरा किया। उन्होंने रक्षा मंत्रालय, भारतीय तट रक्षक और जनजातीय कार्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ इसको लेकर समीक्षा बैठक भी की।
जनजातीय नृत्य विधाओं की ड्रेस रिहर्सल कुछ दिनों से लगातार चल रही है। इसमें 1200 से अधिक कलाकार अपनी कला को धार दे रहे हैं तथा अपने सम्मोहनीय प्रदर्शन से शहर को चमत्कृत करने के लिये तत्पर हो रहे हैं। दर्शकों को आकर्षित करने के लिये आयोजन स्थल को बाहर और भीतर से जनजातीय कला से सजाया जा रहा है। दोनों मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारी कार्यक्रम की शानदार सफलता सुनिश्चित करने के लिये तैयारियों का लगातार जायजा ले रहे हैं।
ग्रैंड फिनाले में प्रसिद्ध पार्श्व गायक कैलाश खेर अपनी गायन-कला का प्रदर्शन करेंगे। इसके साथ ‘मिलेट्री-टैटू’ और जनजातीय नृत्य कलाकार भी इसमें अपने कौशल का प्रदर्शन करेंगे। इसके आयोजन में भारतीय तटरक्षक समन्वय एजेंसी की भूमिका निभा रहा है।
उल्लेखनीय है कि यह अवसर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 126वीं जयंती का भी है।...////...