14-Nov-2023 09:38 PM
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नयी दिल्ली, 14 नवंबर (संवाददाता) केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल अमेरिका यात्रा के दौरान के प्रारंभ में फ़्रेमोंट में टेस्ला की फैक्ट्री का भ्रमण किया और टेस्ला समूह के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बातचीत की। वाणिज्य एवं द्योग मंत्रालय की एक विज्ञप्ति के मुताबिक श्री गोयल सोमवार को सान फ्रांसिस्को पहुंचे। टेस्ला भारत में अपनी इकाई स्थापित करना चाहती है पर उसकी योजना अभी परवान नहीं चढ़ सकी है। विभिन्न रिपोर्टों के अनुसार कंपनी भारत में कुछ ऐसे रियायतें चाह रही थी जिन पर सरकार सरकार सहमत नहीं थी। श्री गोयल के पास, उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण तथा वस्त्र मंत्रालय का भी प्रभार है। श्री गोयल ने यात्रा के पहले दिन अमेरिका की व्यापार वार्ता प्रतिनिधि कैथरीन ताई, कोरिया के व्यापार मंत्री डुकगेन आह्न और सिंगापुर के व्यापार एवं उद्योग मंत्री गैन किम योंग साथ अलग अलग द्विपक्षीय बैठकें भी कीं। बयान में कहा गया है कि इन बैठकों के दौरान गोयल ने भारत-प्रशांत आर्थिक समझौते (आईपीईएफ) के तहत संभावित सहयोग और डब्ल्यूटीओ तथा आपसी हितों से संबंधित मुद्दो के संबंध में द्विपक्षीय व्यापार और वाणिज्य संबंधों को और आगे बढ़ाने के उपायों के बारे में चर्चा की। सिंगापुर और दक्षिण कोरियाई के वाणिज्य-उद्योग मंत्रियों के साथ बातचीत में श्री पीयूष गोयल ने दोनों देशों के साथ पहले से चल रहे व्यापार समझौतों की समीक्षा जल्द पूरा करने का सुझाव दिया। इन बैठकों के अलावा, उन्होंने भारत अमरीका स्टेटजिक पार्टनरशिप फोरम ( यूएसआईएसपीएफ) और प्रवासी भारतीयों के सहयोग से आयोजित निवेशक गोलमेज सम्मेलन में भाग लिया जिसमें ऊर्जा, विनिर्माण, लॉजिस्टिक्स और प्रौद्योगिकी क्षेत्र सहित विभिन्न क्षेत्रों के अमेरिकी उद्योगों के प्रतिनिधियों ने उद्यमियों ने भाग लिया। श्री गोयल ने एक परिचर्चा सत्र में श्री गोयल ने प्रतिभागियों के साथ व्यापक विचार-विमर्श में भाग लिया और भारत सरकार द्वारा देश में कारोबार को आसान बनाने के लिए किए गए विभिन्न उपायों पर भी प्रकाश डाला। अपनी इस यात्रा के दौरान वाणिज्य और उद्योग मंत्री श्री गोयल तीसरी व्यक्तिगत भारत-प्रशांत आर्थिक समझौता (आईपीईएफ) मंत्रिस्तरीय बैठक में शामिल होंगेद्य इस फोरम में ऑस्ट्रेलिया, ब्रुनेई, फिजी, भारत, इंडोनेशिया, जापान, मलेशिया, न्यूजीलैंड, फिलीपींस, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया, थाईलैंड, अमेरिका और वियतनाम शामिल हैं। वह एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग (एपीईसी) के कार्यक्रमों में भी भाग लेंगे। वे अपनी इस यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच साझेदारी और व्यापार तथा आर्थिक संबंधों को मजबूत बनाने के लिए प्रतिष्ठित व्यापारिक प्रतिनिधियों, अमेरिकी अधिकारियों और उद्योग जगत की हस्तियों के साथ भी बातचीत करेंगे।...////...