21-Nov-2021 01:30 PM
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जयपुर । वन एवं पर्यावरण विभाग की प्रमुख शासन सचिव श्रीमती श्रेया गुहा के निर्देश पर सांभर झील के पास मृत पक्षी मिलने की सूचना पर विभाग के अधिकारियों द्वारा झील क्षेत्र में निरीक्षण किया गया। इस दौरान सांभर झील में मृत पक्षी नहीं मिले हैं। इस प्रकरण में वन विभाग की ओर से एहतियात के तौर पर रेस्क्यू सेंटर स्थापित किए गए हैं तथा झील क्षेत्र में लगातार निगरानी की जा रही है।
प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन बल प्रमुख) डॉ. दीप नारायण पाण्डेय ने इस विषय में राज्य के सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को पाबंद किया है कि वन क्षेत्रों की निरंतर निगरानी करें और पक्षियों एवं प्राणियों में किसी तरह की बीमारी की सूचना तत्काल जिला प्रशासन, पशुपालन विभाग एवं वन विभाग में वरिष्ठ स्तर पर दें। उन्होंने बताया कि पूरे राज्य में निर्देशानुसार निगरानी की जा रही है। पूरा वन विभाग चौकस है। साथ ही, प्रत्येक वन मंडल में पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट की व्यवस्था भी की गई है। उप वन संरक्षक जयपुर ने बताया कि गत दिवस सांभर कस्बे के नजदीक नगरपालिका के डंपिंग यार्ड में मृत कौवों की सूचना मिली। इस पर विभागीय कर्मचारी मौके पर पहुंचे और मृतक कौवे के शवों को कब्जे में लिया। पशुपालन विभाग की चिकित्सीय टीम ने मृतकों का पोस्टमार्टम करते हुए दो घायल कौवों का इलाज किया। वन विभाग की ओर से लगातार झील क्षेत्र की निगरानी की जा रही है, जिसके लिए तीन दल गठित किए गए हैं। इसके अतिरिक्त रतन तालाब और नर्सरी काचरोदा में दो रेस्क्यू सेंटर बनाते हुए एक अस्थाई चौकी भी गठित की गई है। अजमेर और नागौर जिले की सीमा पर स्थित सांभर कैचमेंट एरिया में मृत पक्षी नहीं पाए गए हैं। उप वन संरक्षक अजमेर सुनील छिद्रि ने बताया कि गत दिवस रेंज किशनगढ़ और नाका रुपनगढ़ झील क्षेत्र का निरीक्षण किया गया।
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Sambhar Lake..///..dead-birds-not-found-in-sambhar-lake-inspection-329505