भगत सिंह के सपनों का भारत बनाएँगे : केजरीवाल
28-Sep-2022 05:26 PM 1234682
नयी दिल्ली, 28 सितंबर (संवाददाता) दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में पांच साल में स्कूल और अस्पताल ठीक हो गए तो देश भर में भी ठीक हो सकते हैं और 130 करोड़ भारतीयों को एक साथ मिलकर भगत सिंह के सपनों का भारत बनाकर भारत को दुनिया का नंबर-1 देश बनाना है। श्री केजरीवाल ने शहीद भगत सिंह के जन्मदिवस पर बुधवार को यहाँ ब्लड डोनेशन कैंप की शुरूआत की। श्री केजरीवाल ने कहा कि शहीद भगत सिंह 23 साल की उम्र में फांसी पर लटक गए। तब से लेकर आज तक उन्होंने युवाओं को खूब प्रेरित किया। हम लोगों ने पहली बार ब्लड डोनेशन कैंप से शहीद भगत सिंह का जन्म दिवस मनाने की शुरूआत की है। अगर हमने अगले पांच साल में शिक्षा व स्वास्थ्य को अच्छा कर दिया, तो नेताओं की जरूरत नहीं पड़ेगी। लोग ही अपने देश को बहुत आगे ले जाएंगे। दिल्ली में पांच साल में स्कूल और अस्पताल ठीक हो गए, तो देश भर में भी ठीक हो सकते हैं। हम सब 130 करोड़ भारतीयों को एक साथ मिलकर भगत सिंह के सपनों का भारत बनाना है और भारत को दुनिया का नंबर-1 देश बनाना है। उन्होंने शहीद-ए-आजम भगत सिंह के जन्म दिवस की देशवासियों को बधाई देते हुए कहा कि एलएनजेपी अस्पताल की पूरी टीम को कोरोना काल के दौरान बेहद शानदार काम किया। कई सारे ऐसे क्षेत्र हैं, जिसमें एलएनजेपी अस्पताल दिल्ली ही नहीं, पूरे देश में नंबर वन था। कोरोना काल के दौरान एलएनजेपी ने प्रेग्नेंसी भी सबसे ज्यादा हैंडल की थी। साथ ही, डॉयलसिस की जरूरत पड़ने पर उसका भी इंतजाम किया। कोरोना के दौरान सभी डॉक्टर, नर्सेंज और पैरामेडिक्स स्टॉफ ने अपनी जान दांव पर लगाकर शानदार काम किया। उन्होंने कहा कि आज हम लोग शहीद भगत सिंह का जन्म दिवस मना रहे हैं। उनका जीवन बहुत प्रेरणादायी है। मात्र 23 साल की उम्र में वो फांसी पर लटक गए। तब से लेकर आज तक उन्होंने इस देश के युवाओं को खूब प्रेरित किया। पूरी दिल्ली में करीब 73 जगहों पर ब्लड डोनेशन कैंप लगाए गए हैं। यह एक शुरूआत है। अगले साल इसको और भव्य तरीके से किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हर तीन महीने में एक व्यक्ति रक्तदान कर सकता है। रक्तदान करने के 15 मिनट बाद आप समान्य हो जाते हैं। रक्तदान करने से कोई कमजोरी नहीं आती है। कहा जाता है कि हर तीन महीने में रक्तदान करने से शरीर में ताजा ब्लड बनता है, जो सेहत के लिए अच्छा होता है। इस तरह एक स्वस्थ्य व्यक्ति साल भर में चार बार रक्तदान कर सकता है। उन्होंने सभी स्वस्थ्य लोगों से साल में कम से कम दो बार अवश्य रक्तदान करने का प्रण लेने की अपील की। उन्होंने कहा कि जिन-जिन लोगों ने भगत सिंह के विचार और उनके जीवन को पढ़ा होगा, तो वे सब जानते हैं कि भगत सिंह जी को इस बात की चिंता नहीं थी कि अंग्रेज भारत को छोड़कर जाएंगे या नहीं जाएंगे। उनको यकीन था कि एक न एक दिन अंग्रेज जरूर भारत छोड़कर जाएंगे। उनको इस बात की ज्यादा चिंता थी कि अंग्रेजों के जाने के बाद हमारे देश में कैसी परिस्थिति होगी। अंग्रेजों के जाने के बाद हम कैसा अपना देश बनाएंगे? हर बच्चे को अच्छी शिक्षा मिलनी चाहिए। भारत में पैदा होने वाले हर व्यक्ति के इलाज का इंतजाम होना चाहिए। हमारे देश के हर मजदूर और किसान को उसकी मेहनत का पूरा दाम मिलना चाहिए। यह कुछ बातें हैं, जो शहीद भगत सिंह जी के विचारों में पढ़ने को मिलती हैं। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि शहीद-ए-आजम भगत सिंह के जन्म दिवस पर उन्हें याद करते हुए मन रोमांचित हो उठता है कि आज 23 साल की उम्र में जब एक युवा नौकरी ढूंढ रहा होता है, अपना करियर बनाने की सोचता है, उस दौर में देश की आजादी के लिए भगत सिंह हंसते-हंसते फांसी के फंदे पर झूल गए। उन्होंने कहा कि हम सभी में देशभक्ति की प्रेरणा जागे और उसका एक अंश योगदान करें, इसके लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने विज़न दिया कि पूरी दिल्ली में रक्तदान शिविर लगाया जाए। इस विज़न के क्रियान्वयन में दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग ने शानदार भूमिका निभाई है और आज दिल्ली में लगभग 73 जगहों पर रक्तदान शिविर लगाए गए है जहां सैकड़ों लोग रक्तदान कर रहे हैं।...////...
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