बुलंदशहर 01 जनवरी (संवाददाता)उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले के औरंगाबाद कस्बे में विख्यात समाजसेवी स्वर्गीय त्रिलोकचंद गुर्जर की जन्म शताब्दी पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि पूरे विश्व में भारतीय संस्कृति की अनूठी पहचान है। देश में गुरु शिष्य परंपरा एवं माता-पिता की सेवा करना भारत की विशेषता है। उन्होंने कहा कि वर्ष 1962 के भारत व चीन के युद्ध में अपना योगदान करके दुश्मनों के छक्के छुड़ाने वाले स्वर्गीय त्रिलोकचंद गुर्जर ने आठ वर्ष तक भारतीय सेना में रहकर देश की सेवा की थी। सेवानिवृत्ति के बाद उन्होंने समाज सेवा व हिंदू मुस्लिम एकता को सशक्त करने में अपना जीवन पर्यंत समय लगाया। राज्यपाल ने कहा कि स्वर्गीय त्रिलोकचंद गुर्जर के आदर्शों का अनुसरण करके भी इस मुकाम तक पहुंचे हैं। छात्र जीवन में उन्हें समय-समय पर स्वर्गीय त्रिलोकचंद द्वारा मार्गदर्शित किया जाता था। राज्यपाल द्वारा उनके ज्येष्ठ पुत्र चौधरी श्योपाल सिंह को अपने पिता की तरह समाज सेवा , एकता व अखंडता की रक्षा के लिए कार्य के लिए जाने पर बधाई दी।...////...