डोमिनिका, 14 जुलाई (संवाददाता) पदार्पण टेस्ट में शतक जड़ने वाले मुबंई के यशस्वी जायसवाल ने इस उपलब्धि को अपने पिता को समर्पित करते हुये कहा कि उनकी शुरूआत बेहतर रही है और उनकी हमेशा ख्वाहिश रहेगी कि वह अपनी टीम के लिये मैच जिताऊ पारियां खेल सकें। पदार्पण टेस्ट में शतक लगाने वाले 17वें भारतीय बने यशस्वी ने दिन का खेल खत्म होने के बाद कहा “ यह मेरे लिए एक भावुक पल था। मैंने अपनी बल्लेबाज़ी का पूरा लुत्फ़ उठाया। मैं अभी भी बल्लेबाज़ी कर रहा हूं तो मैं जितना हो सके उतना लंबा खेलने की कोशिश करूंगा। यह मेरे करियर की अभी बस शुरुआत है। जितना मैं अनुशासित और फ़ोकस्ड रहूंगा, उतना ही मैं आगे जाऊंगा। तीसरे दिन भी मैं टीम को अच्छी शुरुआत देने की कोशिश करूंगा। मैं अपनी प्रोसेस और प्रैक्टिस पर विश्वास करता हूं। मुझे बस बीच में (क्रीज़ पर) जाना है और खेलते रहना है।...////...