नयी दिल्ली 05 जुलाई (संवाददाता) भारत में लोग बढ़ती उम्र में दृष्टि को याददाश्‍त और मोबिलिटी से भी अधिक अहमियत देते हैं क्योंकि 50 वर्ष से अधिक आयु के करीब 92 प्रतिशत लोग चश्मे से पीछा छुड़ाने के लिए लैंस पर भी व्यय करने के लिए तैयार है। आंखों की देखभाल के क्षेत्र में ग्‍लोबल लीडर एल्‍कॉन ने आज अपने महत्‍वपूर्ण एल्‍कॉन आइ ऑन कैटरेक्‍ट सर्वे के नतीजों का खुलासा किया। यह सर्वे मार्च-अप्रैल 2023 के दौरान भारत समेत दुनिया के 10 देशों में 50 से अधिक उम्र के लोगों के बीच, विज़न और कैटरेक्‍ट संबंधी जानकारी के उद्देश्‍य से कराया गया था। इस सर्वे में उन लोगों को शामिल किया गया था जिनमें पिछले पांच वर्षों में, मोतियाबिंद (कैटरेक्‍ट) की पुष्टि हुई थी और जो मोतियाबिंद सर्जरी का इंतज़ार कर रहे थे अथवा करवा चुके थे। इसमें 50 वर्ष से ऊपर के ऐसे लोग भी शामिल थे जिन्‍हें कैटरेक्‍ट की शिकायत नहीं थी। इस सर्वे से यह स्‍पष्‍ट हुआ कि जो मरीज़ कैटरेक्‍ट सर्जरी करवा चुके हैं उनकी आंखों में और जीवन की गुणवत्‍ता में सुधार हुआ है।...////...